पिया तोरे बिना,
लागे सूना सूना,
ये सारा ज़माना,
कैसे काटूँ तनहाई में,
ये लम्बी लम्बी रैना..|पिया तोरे बिना....(१)
तुम्हारे बिना जानम
कटती न रातें,
करवट बदलके
लेता हूँ आहें
जबसे बना हूँ मैं
तुम्हारा दीवाना...|पिया तोरे बिना.......(२)
बहती है अखिओं सेअश्को के धारे
खड़े होके साहिल पे
प्यास बुझ न पाए
जाने क्या कहूँ मैं
आये न चैना...|पिया तोरे बिना....(३)
आ भी जाओ जाने-जाना
अब ना तडपाओ
शमा होके परवाने को
यूँ ना आजमाओ
जिउं भला क्यों में
अब मिट जाना....|पिया तोरे बिना....(४)
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