Tuesday 17 May 2011

माँ!!!!

जिसकी आँखों में है प्यार अपार,
जिसकी बोली में है माधुर्य भण्डार,
जिसकी गोद में है जन्नत का आधार,
जिसकी चुम्बन में अमृत की धार,
वो है माँ,मेरी प्यारी माँ..........(१)
जिसके छूने से मिट जाए गम सारा,
जिसके प्यार का कायल जग सारा,
जिसके पल्लू में बंधा संसार ये सारा,
जिसके हृदय में करुना की धारा,
वो है माँ,मेरी प्यारी माँ..........(२)
जिसके बंदन में हो कष्टों का नाश,
जिसके चरणों में हो देवों का वास,
जिसकी सूरत देख मिट जाये प्यास,
जिसकी भोली मूरत जगाये विश्वास,
वो है माँ,मेरी प्यारी माँ..........(३)
जिसकी चरणों में करूँ नमन,
जिसकी सदा मैं करूँ बंदन,
जिसके लिए लूँ लाखों जनम,
जिसके लिए मेरा हर एक करम,
वो है माँ,मेरी प्यारी माँ........(४)





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